◊ आर्गेनिक फार्मिंग एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (OFAI) द्वारा
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3 अक्टूबर, 2021, को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में, 3 वाहनों का एक काफिला, जिसमें जूनियर होम अफेयर्स के मंत्री, अजय मिश्रा, का एक वाहन भी शामिल था, नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के एक समूह में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का शिकार हो गया। इस घटना में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई।
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लोकतांत्रिक रूप से आंदोलन कर रहे किसानों पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं।
पिछले गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ भी हिंसा हुई थी। इससे पूर्व मध्य प्रदेश के मन्दसौर जिले में 2017 में कृषि ऋण माफी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर सरकार ने गोलियां चलवाई थीं। जिसमें 6 किसानों की मौत हो गई थी।
केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई कृषि नीतियों के खिलाफ विभिन्न किसान संगठन पिछले कुछ वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार किसानों की मांगों को मानने या नीतियों में बदलाव करने को तैयार नहीं है। इससे टकराव की स्थिति उत्पन्न होती है।
किसानों को लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का पूराअधिकार है। इसे दबाने की कोशिश करना शासन की तानाशाही है। सरकार को आम सहमति से किसानों की मांगों को सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
भारतीय जैविक खेती संघ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में अजय मिश्रा की ओर से की गई एकतरफा हिंसा के खिलाफ असहमति व्यक्त करते हुए किसानों के चल रहे संघर्ष के साथ एकजुटता एवं पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता है।
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